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FACT CHECK : क्या कोविड-19 के मद्देनजर 15 अक्टूबर तक बंद रहेंगे होटल और रेस्तरां ?

Nirmal kant
1 May 2020 11:04 AM GMT
FACT CHECK : क्या कोविड-19 के मद्देनजर 15 अक्टूबर तक बंद रहेंगे होटल और रेस्तरां ?
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सोशल मीडिया में पर्यटन मंत्रालय का एक पत्र वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारत में सभी होटल और रेस्तरां 15 अक्टूबर 2020 तक बंद रहेंगे। इसकी सच्चाई जानिए...

जनज्वार ब्यूरो। अप्रैल माह की शुरआत से ही पर्यटन मंत्रालय के एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें कहा जा रहा है कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर भारत में रेस्तरां और होटल 15 अक्टूबर 2020 तक बंद रहेंगे। इस पत्र में जो जानकारी दी जा रही है और सोशल मीडिया पर इसे प्रसारित किया जा रहा है, वह सब फर्जी हैं।

केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने इस जानकारी की घोषणा नहीं की है। सरकारी समाचार एजेंसी प्रेस इनफोर्मेशन ब्यूरो ने भी पुष्टि की है कि यह संदेश फर्जी है। झूठी सूचना के प्रचार के लिए जाली लोगो ने पर्यटन मंत्रालय के लेटरहेड का भी इस्तेमाल किया है।

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कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के प्रयासों के क्रम में केंद्र सरकार देश में सामाजिक दूरी के लिए मानदंडों को लागू करना जारी रखेगी। इसलिए सार्वजनिक स्थानों को तत्काल खोलने की सरकार की योजना नहीं हो सकती है। रेस्तरां और मॉल एक बड़ी भीड़ को आकर्षित कर सकते हैं।

24 अप्रैल को गृह मंत्रालय (एमएचए) ने दूसरे लॉकडाउन के हिस्से के रूप में घोषित कुछ प्रतिबंधों में ढील दी। नए दिशानिर्देशों में कहा गया है कि स्टैंडअलोन और पड़ोस की दुकानें खुली रह सकती हैं। हालांकि नगर निगम की सीमा के भीतर जो बाजार कॉम्प्लेक्स और मॉल के भीतर की दुकानें हैं उन्हें खोलने की अनुमति नहीं है।

घोषणा भी कुछ भ्रम का कारण बनी, क्योंकि कई रेस्तरां, सैलून और नाई की दुकानें भी स्टैंडअलोन दुकानों के रूप में योग्य हैं। हालांकि केंद्रीय गृहमंत्रालय ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि छूट में रेस्तरां और नाई की दुकानें शामिल नहीं हैं, और उन्हें भी बंद रहना जारी रखेंगे। दूसरा लॉकडाउन 3 मई को समाप्त होगा जिसकी घोषणा करनी बाकी है।

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सके अलावा व्हट्सएप या अन्य प्लेटफॉर्मों पर किसी भी संदेश को फॉरवर्ड करने से पहले ऐसे तरीके हैं जिनसे आप यह पहचान कर सकते हैं कि कोई खबर फर्जी है या असली है। मैसेज में गलतियों की तलाश करना सबसे आसान है। उदाहरण के लिए इस सोशल मीडिया पर वायरल इस पत्र में दी गई जानकारी गलत है, इसकी सही जानकारी पर्यटन विभागग की आधिकारिक वेबसाइट www.tourism.gov.in पर है। इस पत्र में कुछ व्याकरणिक त्रुटियां भी हैं।

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