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हरियाणा

यमुनानगर में प्रवासी मजदूरों पर पुलिस लाठीचार्ज के बाद घिरी भाजपा सरकार तो अब कर रही वादों पर वादे

Prema Negi
19 May 2020 4:43 AM GMT
यमुनानगर में प्रवासी मजदूरों पर पुलिस लाठीचार्ज के बाद घिरी भाजपा सरकार तो अब कर रही वादों पर वादे
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वायरल वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस प्रवासी मजदूरों को लाठी से खदेड़ रही है। उन पर लाठीचार्ज किया जा रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है...

जनज्वार ब्यूरो, चंडीगढ़। शुक्रवार 15 मई को यमुनागनर में प्रवासी मजदूरों पर लाठीचार्ज के बाद हरियाणा सरकार चारों ओर से घिरी हुई। खासतौर पर कांग्रेस ने सरकार पर जबरदस्त हमला बोल दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि यह सरकार का मजदूर विरोधी चेहरा है, जिन मजदूरों को हवाई जहाज में बिठाने का वायदा कर भाजपा सरकार सत्ता में आयी, आज उन्हें यूं दौड़ा दौड़ा कर पीटा जा रहा है।

वायरल वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस प्रवासी मजदूरों को लाठी से खदेड़ रही है। उन पर लाठीचार्ज किया जा रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा ने इसे अमानवीय कार्यवाही बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रवासी मजदूरों के लिये के कोई कदम तो उठा नहीं रही है, उलटा उन्हें सड़कों पर दौड़ा दौड़ा पीटा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मुश्किल घड़ी में सरकार का रवैया निश्चित ही बहुत निराशा पैदा करने वाला है।

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स घटना पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि डीजीजी को निर्देश दिये गये हैं कि बल प्रयोग नहीं होना चाहिये। यदि कहीं कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पैदा होती है तो सीनियर अधिकारी इसे संभाले।

धर सीएम मनोहर लाल ने भी लोकसंपर्क विभाग की ओर से एक प्रेसनोट जारी कर दावा किया कि सरकार लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों और अन्य लोगों को उनके गृह राज्यों में भेजने के लिए रेलगाडिय़ों व बसों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। अब तक विभिन्न राज्यों के एक लाख 88 हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों को रेलगाडिय़ों, बसों व अन्य साधनों से उनके गंतव्य स्थानों पर भेजा जा चुका है।

ब तक 46 विशेष रेलगाडिय़ां प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों को लेकर जा चुकी हैं। इनमें से 33 ट्रेनें बिहार और 13 ट्रेनें मध्य प्रदेश गई हैं। इसी तरह, 2938 बसों के माध्यम से भी प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों को उनके गृह राज्यों में भेजा गया है।

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ईजी सीआईडी अनिल कुमार राव ने बताया कि 20 से 26 मई तक बिहार के लिए 23 रेलगाडिय़ां चलाई जानी प्रस्तावित हैं, जिनमें से बिहार सरकार से 8 ट्रेनों की स्वीकृति मिल चुकी है। इसी तरह, 20 से 23 मई के बीच मध्य प्रदेश के लिए 8 रेलगाडिय़ां चलाई जाएंगी जिनकी स्वीकृति मध्य प्रदेश सरकार से मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल के लिए भी 6 विशेष ट्रेनें चलाई जानी प्रस्तावित हैं, जबकि एक ट्रेन असम के गुवाहाटी के लिए भी चलाई जाएगी।

सरकार के इन वायदों के विपरीत अभी भी बड़ी संख्या में मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोई रेल या बस की सुविधा उन्हें नहीं मिल रही है। अब इंतजार नहीं हो रहा है, इसलिए पैदल ही घरों की ओर जा रहे हैं।

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जदूर कल्याण मोर्चा के अध्यक्ष वीरेंद सिंह ने बताया कि इस वक्त प्रवासी मजदूर खट्टर सरकार की उपेक्षा का शिकार है। उनके साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है। सरकार की ओ से कोई राहत मजदूरों को नहीं मिल रही है। जो भी आश्रय स्थल बनाये गये है, वह सामाजिक संस्थाओं ने मिल कर बनाये हैं। सरकार तो बस दो ही बात बोल रही है। एक तो इस बात का रोना रोया जा रहा है कि सरकार को रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है, दूसरा सिर्फ सरकारी प्रेसनोट जारी कर दावे हो रहे हैं। इससे ज्यादा हरियाणा में भाजपा सरकार कुछ नहीं कर रही है।

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