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झारखंड: लॉकडाउन के बीच 'हिंदू फल दुकान' के बैनर लगाकर बेचे जा रहे फल, पुलिस ने थमाया नोटिस

Nirmal kant
26 April 2020 2:49 PM GMT
झारखंड: लॉकडाउन के बीच हिंदू फल दुकान के बैनर लगाकर बेचे जा रहे फल, पुलिस ने थमाया नोटिस
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फल विक्रेताओं ने अपने स्टालों के सामने लगाए हुए बैनरों में लिखा था - 'विश्व हिंदू परिषद की अनुमोदित हिंदू फल दुकान।', जमशेदपुर पुलिस ने नोटिस भेजा...

जनज्वार ब्यूरो। झारखंड के जमशेदपुर में कुछ फल विक्रेताओं ने शनिवार 25 अप्रैल को अपने स्टॉलों पर 'हिंदू फल दुकान' के बैनर लगाए जिसके बाद उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी। इसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी तस्वीरों को पुलिस को टैग करना शुरु कर दिया।

सको देखते हुए जमशेदपुर पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए तुरंत जवाब दिया कि बैनर हटा दिए गए हैं और संबंधित फल विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। फल विक्रेताओं ने अपने स्टालों के सामने बैनर लगाए थे जिनमें लिखा था - 'विश्व हिंदू परिषद की अनुमोदित हिंदू फल दुकान।'

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भगवान शिव और भगवान राम की तस्वीरों को भी दुकानों में लगाया गया था, जबकि बैनर में उनके नाम और संपर्क नंबर दिख रहे थे। लेकिन बाद में रविवार को जमशेदपुर पुलिस को आंशिक होने और 'झटका' मीट शॉप और 'मुस्लिम' होटल जैसे बैनरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के कारण ट्रोल किया गया।

जमशेदपुर के एसएसपी अनूप बिरथरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इस संबंध में केवल नोटिस दिए गए हैं। उन्हें भविष्य में ऐसा कोई बैनर नहीं लगाने की चेतावनी दी गई है जिससे सामाजिक वैमनस्य पैदा हो।

'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक, 'एसएसपी ने कहा कि इस समय जब देश में आपदा प्रबंधन अधिनियम - 2005 लागू किया गया है और दुकान या व्यावसायिक प्रतिष्ठान केवल स्थानीय प्रशासन के आदेश से खोले जा रहे हैं, दुकानों में ऐसे बैनर लगाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है क्योंकि इससे विभाजन हो सकता है। धर्म के आधार पर समाज और उनके बीच दुश्मनी पैदा हो सकती है।'

न्होंने आगे कहा, 'प्रथम दृष्टया यह एक साजिश है जिसे धर्म के आधार पर समाज को विभाजित करने के इरादे से रचा गया है, इसलिए संबंधित पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी ने बैनर हटाने का आदेश दिया है और उन्हें अधिनियम को फिर से नहीं दोहराने के लिए नोटिस दिया है या सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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ससे पहले फल विक्रेताओं में से एक (जिसने अपने स्टाल में बैनर भी लगाया था) ने दावा किया कि शनिवार की सुबह 11 बजे पुलिस आई थी। शुरू में वे गुस्से में थे और पूछताछ की थी कि उन्हें बैनर कहाँ से मिला और उन्हें किसने दिया। उन्होंने उनके खिलाफ मामला दर्ज करने और उन्हें सलाखों के पीछे भेजने की धमकी भी दी।

विक्रेता ने कहा, 'उन्होंने फल विक्रेताओं से कहा कि वे भविष्य में इस तरह के बैनर अपने स्टालों में न लगाएं, नहीं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

हीं सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने पुलिस कार्रवाई की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि राज्य सरकार को तुष्टिकरण की राजनीति से बचना चाहिए और यदि फल विक्रेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है तो भाजपा सड़कों पर उतरेगी।

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