CAB के खिलाफ जामिया में प्रदर्शनकारियों पर पुलिसिया लाठीचार्ज, गंभीर हालत में कई छात्र
नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे जामिया के छात्रों पर पुलिस का लाठीचार्ज, कई छात्रों के घायल होने की खबर....
जनज्वार। नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ रविवार 15 दिसंबर की शाम जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों ने प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के बाद पुलिस ने एक बार फिर छात्रों पर लाठीचार्ज किया। इस दौरान आसू गैस का भी इस्तेमाल किया। इस दौरान कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
संबंधित खबर : NRC और CAB के खिलाफ असम की सड़कों पर उतरे लोग, 10 जिलों में लगाया गया कर्फ्यू
स्वतंत्र पत्रकार नेहा दीक्षित ने इस घटना का एक वीडियो ट्वीट किया है। इस वीडियो में छात्र फर्श पर बेहोशी हालत में दिखाई दे रहे हैं।
Video from inside a washroom at Jamia University in Delhi. One student with a smashed eye, another unconscious on the floor, mirrors smashed by @DelhiPolice @CPDelhi, stop the violence. pic.twitter.com/LU4ZL0sHP9
— Neha Dixit (@nehadixit123) December 15, 2019
पत्रकार बुशरा शेख ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया, 'मैं यहां पर बीबीसी के लिए कवरेज करने आई थी। उन्होंने (पुलिस) मेरा फोन छिन लिया और तोड़ दिया। एक पुरुष पुलिसकर्मी ने मेरे बाल पकड़कर खींचे। जब मैंने अपने फोन के बारे में पूछा तो उन्होंने मुझे डंडो से पीटा और गालियां दीं।'
संबंधित खबर : CAB के खिलाफ प्रदर्शन हुआ उग्र, जामिया में बसों में लगाई आग, मनीष सिसोदिया बोले BJP ने पुलिस से लगवाई आग
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने कहा कि पुलिस बल पूर्वक कैंपस के अंदर घुस आई। उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी गई थी। हमारे स्टाफ और छात्रों को पीटा जा रहा है। साथ ही कैंपस खाली करने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
Protest at Delhi Police HQ by Jamia students, alumni and believers in Indian Constitution demanding the immediate release of Jamia students who are still in police custody. #JamiaMilia #JamiaMilliaIslamia #JamiaProtestsCAB pic.twitter.com/giGEjk8Set
— Kunal Majumder (@kunalmajumder) December 15, 2019
वहीं दिल्ली पुलिस के लोक संबंध अधिकारी एम एस रंधावा ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जामिया मिमिया इस्लामिया में प्रदर्शनकारियों की मौत की खबर फैलाई जा रही है, यह महज एक अफवाह है। लोगों को इसपर ध्यान ना देने की जरूरत है। प्रदर्शन में किसी भी मौत नहीं हुई है।