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लॉकडाउन में दवा लेने जा रहे बुजुर्ग से पुलिस ने छीनी गाड़ी, हार्टअटैक से मौत

Prema Negi
30 March 2020 3:49 PM GMT
लॉकडाउन में दवा लेने जा रहे बुजुर्ग से पुलिस ने छीनी गाड़ी, हार्टअटैक से मौत
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परिजनों का आरोप न सिर्फ गाड़ी की चाभी छीनी, बल्कि उनके साथ मारपीट और बदसलूकी से भी पेश आई पुलिस...

जनज्वार। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव स्थित डोंगरगढ़ में लॉकडाउन के दौरान 55 वर्षीय देवनाथ की उस वक्त मौत हो गयी, जब वो दवा लेने के लिए बाहर निकले थे। अपनी गाड़ी से बाहर निकले शख्स की लॉकडाउन में बाहर निकलने के जुर्म में पुलिस ने चाभी छीन ली और पैदल चलते वक्त उनकी मौत हो गयी।

रिजनों ने आरोप लगाया था कि देवनाथ की न सिर्फ पुलिस ने गाड़ी की चाभी छीनी, बल्कि उनके साथ बदसलूकी और मारपीट भी की। हालांकि पुलिस मारपीट और बदसलूकी किये जाने के आरोप को सिरे से नकार रही है। पुलिस का कहना है कि देवनाथ कर्फ्यू के बावजूद गाड़ी लेकर उस बाजार में जा रहे थे जहां बंदी की गयी है, इसलिए हमने गाड़ी की चाभी छीन उनकी मोपेड को जब्त किया था।

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मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक राजनादगांव जनपद के डोंगरगढ़ स्थित बंगाली पारा निवासी हरेकृष्ण देवनाथ उर्फ राजू की मौत इस वजह से हो गई कि वो लॉकडाउन में मोपेड लेकर घर से निकले थे। दवा लेने निकले देवनाथ की पुलिस ने एक बात नहीं सुनी और मोपेड जब्त कर पैदल ही वापस घर के लिए भेज दिया। परिजनों का कहना है कि पहले से ही हृदय रोग के मरीज देवनाथ का इलाज रायपुर के एम्स हॉस्पिटल में चल रहा है। वह हर महीने दवाई लेने एम्स रायपुर जाते थे।

लॉकडाउन घोषित होने के बाद इस इलाके के गोल बाजार और सब्जी मंडी के भीतर बाइक ले जाने की पाबंदी थी। मार्केट के चारों ओर बेरीकेड्स लगाए गए हैं। पाबंदी के बावजूद मार्केट के अंदर गाड़ी ले जाने वालों की गाड़ियां पुलिस द्वारा जब्त की गयी हैं, इन्हीं लोगों में से एक गाड़ी देवनाथ की भी थी।

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पैदल चलने के दौरान हरेकृष्ण देवनाथ की हार्टअटैक से मौत पर परिजनों ने आरोप लगाया कि वह दवा लेने के लिए अपनी मोपेड से मेडिकल जा रहे थे, तभी हनुमान चौक के पास पुलिस जवान ने प्रतिबंधित क्षेत्र में गाड़ी लेकर आने की बात कहकर उससे मोपेड की चाबी छीन ली और बदसलूकी और मारपीट करने के बाद पैदल वापस भेज दिया।

रेकृष्ण देवनाथ को भगत सिंह चौक के पास पहुंचते ही हार्ट अटैक आया और वह जमीन पर गिर पड़े। आसपास के लोग उन्हें निजी क्लीनिक में लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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रेकृष्ण देवनाथ की मौत पर उनके परिजनों और बंगाली समाज के अध्यक्ष असीम मलिक ने पुलिस पर जबरदस्ती का आरोप लगाये। कहा कि उनकी मौत के लिए पुलिस जिम्मेदार है।

स मामले में थाना प्रभारी अलेक्जेंडर किरो का कहना है कि हमारे पास मृतक हरेकृष्ण देवनाथ के परिजनों की शिकायत आई और हम इस मामले की जांच करेंगे। पुलिस की भूमिका खंगालने के लिए आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी चैक किये जायेंगे।

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