महिलायें हैं गोपाल कांडा की खास कमजोरी, एयरलाइन बंद होने के बाद सभी महिलाकर्मियों को शिफ्ट कर दिया अपने दूसरे धंधों में
गीतिका सुसाइड केस के बाद कांडा हो गया था खासा सतर्क, उनसे मिलने जाने से पहले किसी को भी अपना फोन करवा ना पड़ता था स्टाफ के पास जमा, चौथे फ्लोर जहां बैठते थे कांडा नहीं था कोई पुरुष, सिर्फ महिला कर्मचारियों की थी ड्यूटी...
स्वतंत्र कुमार की रिपोर्ट
कल गुरुवार यानी 24 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा के चुनावों के नतीजों में न भाजपा और न कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है, ऐसे में चुनाव जीतकर आये 8 निर्दलीय उम्मीदारों की महत्ता अचानक बढ़ गई है। इन निर्दलियों में एक ऐसा नाम भी सामने आ गया, जो वर्ष 2012 में देश में ही नहीं बल्कि विदेशों तक चर्चा में आ गया था।
जी हाँ, हम बात कर रहे हैं कांग्रेस की हुड्डा सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे गोपाल कांडा की, जिन्हें भाजपा ने बाकी निर्दलियों को एक साथ लेकर सरकार बनाने की जिम्मेदारी दी है और उसमे कांडा कामयाब हो गये। लेकिन कांडा के 2012 में किये गए काण्ड की वजह से विवाद खड़ा हो गया है, उसकी ही एयरलाइन काम करने वाली एयरहोस्टेज गीतिका शर्मा ने 2012 गोपाल कांडा पर परेशान करने, टॉर्चर करने का आरोप लगाते हुए एक सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली थी और उसमे अपनी मौत के लिए कांडा को जिम्मेदार बताया था।
आज हम आपको कांडा के इतिहास में एक बार फिर से वापस लेकर चलते हैं और उसके कुछ अनछुए पहलुओं से रू-ब-रू कराते हैं। कांडा नेता होने के साथ—साथ बिज़नेसमैन भी था। उसका होटल, एयरलाइन, कैसिनो, खेती, कंस्ट्रक्शन आदि काम थे। एयरलाइन किसी वजह बंद हो गई थी, कांडा ने किसी भी महिला कर्मी को बेरोजगार नहीं होने दिया।
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उस दौरान कांडा का काम देख रहे एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर जनज्वार को बताया कि कांडा के दूसरे कई काम थे, सभी महिलाकर्मियों को उन्होंने एडजस्ट कर दिया गया। गीतिका सुसाइड केस होने के बाद कांडा कुछ समय जेल में रहकर जमानत पर बाहर आ गये थे और ये 2014 के आसपास का समय था।
कांडा राजनीति में धमाकेदार वापसी चाहते थे, लेकिन कोई उन्हें अपनी पार्टी के साथ लेने को तैयार नहीं था, तो खुद की हरियाणा लोकहित नाम से पार्टी बना ली। पार्टी बनाते ही कांडा हरियाणा के सीएम बनने के सपने देखने लगे। वो गुड़गांव में सिविल लाइन की अपनी बिल्डिंग में फोर्थ फ्लोर पर बैठते, क्योंकि हरियाणा का सीएम चंडीगढ़ में चौथी ही मंजिल पर बैठते हैं।
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लगातार बलात्कार की प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए एयरहोस्टेस गीतिका ने 2012 में सुसाइड कर लिया था। इस केस के होने की वजह से कांडा थोड़ा सतर्क हो गये थे। कांडा से मिलने जाने से पहले किसी को भी अपना फोन उसके स्टाफ के पास जमा करवाना पड़ता था। कांडा के चौथे मंजिल वाले ऑफिस में पुरुष कर्मचारी नहीं होते थे, वहां सिर्फ महिला कर्मचारी होती थी। कांडा का ओहदा ऐसा था कि वहां काम करने वाली बहुत-सी महिला कर्मचारी उसकी खास बनने के लिए आतुर रहती थीं।
गीतिका भी कांडा के ऑफिस की बिल्डिंग के चौथे माले पर बने ऑफिस में बैठती थी। गीतिका की मौत के बाद उसके कमरे को बंद रखा जाता था। कांडा हरियाणा के सिरसा जिले के रहने वाले हैं, जहाँ उन्होंने महलनुमा घर बनाया हुआ है, पर 2 दशक पहले कांडा गुड़गांव में आकर रहने लगे। वहां सिविल लाइन में बंग्ला है, कुछ दूरी पर 4 मंजिला ईमारत है, जहाँ उसकी कंपनियों के ऑफिस हैं, कांडा भी वही बैठते हैं।
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कांडा एक रीजनल न्यूज़ चैनल भी चलाते हैं। सेक्टर 40 के पास कांडा का एक 4 स्टार होटल है। इसके अलावा भी उनके पास बेशुमार प्रॉपर्टी है। गुड़गांव फरीदाबाद रोड पर उनका फार्म हाउस बहुत चर्चित है।
नाम न बताने की शर्त पर कांडा के आफिस में काम करने वाले एक कर्मचारी बताते हैं, 'कांडा के होटल में शाम बहुत रंगीन होती हैं और महफ़िल सजती हैं। इन महफिलों में हरियाणा ही नहीं दिल्ली के बिजनेसमैन, नेता और ब्यूरोक्रेट तक शामिल होते हैं। जहाँ बार व हर तरह का प्रबंध होता है। फार्म हाउस पर गेस्ट्स का मनोरंजन के लिए मुंबई तक से सिने तारिकाओं को बुलाया जाता है। कांडा के फार्म हाउस पर आकर बड़े बड़े लोग नतमस्तक होते हैं, जिससे कांडा की ताकत का अंदाजा होता है।'