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डॉक्टर बोली कोरोना संदिग्ध तब्लीगी कर रहे डॉक्टरों-नर्सों से दुर्व्यवहार, मांग रहे हैं चिकन-मटन
कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल की डॉक्टर ने कहा जमातियों को चावल, दाल और पनीर दिया गया था, जिसे उन्होंने खाने से इनकार कर दिया और अब वे मांसाहारी भोजन मांग रहे हैं...
कानपुर, (आईएएनएस)। अस्पताल कर्मियों के साथ तब्लीगी जमात के सदस्यों द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने का एक और मामला अब कानपुर से सामने आया है। उपचार के लिए यहां के एक अस्पताल में भर्ती कुछ कोविड-19 संक्रमित संदिग्धों ने कर्मचारियों के साथ बदतमीजी की है।
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कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल में भर्ती जमातियों ने कथित तौर पर दवा लेने से इनकार कर दिया और चिकित्सा कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया, जिसके बाद अधिकारियों को वहां से महिला कर्मचारियों हटाना पड़ा।
अस्पताल की एक वरिष्ठ डॉक्टर आरती लालचंदानी का कहना है कि "हमारी टीम यहां भर्ती होने वालों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में लगी हुई है। उन्हें अस्पताल में नहीं थूकने के लिए कहा गया, लेकिन वे हमारे निर्देशों को पालन नहीं कर रहे हैं और अपने हाथों पर थूकने के बाद फिर सीढ़ी की रेलिंग को छू रहे हैं। उन्होंने डॉक्टरों के साथ भी दुर्व्यवहार किया।"
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उन्होंने आगे कहा, "जमातियों को चावल, दाल और पनीर दिया गया था, जिसे उन्होंने खाने से इनकार कर दिया और अब वे मांसाहारी भोजन मांग रहे हैं। वे अच्छे कपड़े और बेहतर सुविधाओं दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं।"
डॉक्टर आरती लालचंदानी ने आगे कहा, "हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप के चलते अब स्थिति नियंत्रण में आ गई है।"
मुख्य चिकित्सा अधिकारी अशोक शुक्ला ने कहा कि 22 में से छह जमाती सदस्यों में कोविड-19 वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। सभी 22 लोगों को मंगलवार और बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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सभी व्यक्ति उन हजारों लोगों में से हैं, जिन्होंने तब्लीगी जमात के नई दिल्ली मुख्यालय में एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लिया था, जिसे अब कोविड-19 संक्रमण के प्रसार के एक केंद्र के रूप में देखा जा रहा है।