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पत्रकारों पर पड़ी रेड की संजय सिंह ने की कड़ी आलोचना, कहा पत्रकारों को पकड़ चाइना से लड़ने की नौटंकी कर रहे मोदी

Janjwar Desk
3 Oct 2023 1:53 PM GMT
पत्रकारों पर पड़ी रेड की संजय सिंह ने की कड़ी आलोचना, कहा पत्रकारों को पकड़ चाइना से लड़ने की नौटंकी कर रहे मोदी
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जिन पत्रकारों के घरों पर छापेमारी की गयी उनमें न्यूजक्लिक वेबसाइट के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ, वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, वरिष्ठ पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता, पत्रकार अभिसार शर्मा, औनिंद्यो चक्रवर्ती, कार्टूनिस्ट इरफान, भाषा सिंह, व्यंग्यकार संजय राजौरा, इतिहासकार सोहेल हाशमी, लेखिका गीता हरिहरन और आकाशवाणी से रिटायर्ड सामाजिक कार्यकर्ता दीपक ढोलकिया के अलावा कई अन्य नाम भी शामिल हैं....

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आज 3 अक्टूबर की सुबह कई पत्रकारों के घर पर छापेमारी की है। जिन पत्रकारों के घर पर रेड पड़ी उनमें से ज्यादातर समाचार वेबसाइट न्यूजक्लिक से जुड़े हुए हैं। जानकारी के मुताबिक पत्रकारों के लैपटॉप और मोबाइल जब्त करने के साथ साथ पुलिस ने उन्हें जांच में शामिल होने के लिए समन भी जारी किया है।

जिन पत्रकारों के घरों पर छापेमारी की गयी उनमें न्यूजक्लिक वेबसाइट के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ, वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, वरिष्ठ पत्रकार परंजॉय गुहा ठाकुरता, पत्रकार अभिसार शर्मा, औनिंद्यो चक्रवर्ती, कार्टूनिस्ट इरफान, भाषा सिंह, व्यंग्यकार संजय राजौरा, इतिहासकार सोहेल हाशमी, लेखिका गीता हरिहरन और आकाशवाणी से रिटायर्ड सामाजिक कार्यकर्ता दीपक ढोलकिया के अलावा कई अन्य नाम भी शामिल हैं। वायर में प्रकाशित खबर के मुताबिक पुलिस ने न्यूजक्लिक से जुड़े 50 लोगों के घरों पर आज छापेमारी की है।

पुलिस का कहना है कि मनी लॉन्ड्रिंग और अपने प्लेटफॉर्म पर चीन के पक्ष में कंटेंट पब्लिश करने के आरोप में ईडी द्वारा दर्ज एक मामले में समाचार वेबसाइट न्यूज़क्लिक से जुड़े पत्रकारों के घरों पर छापेमारी की गयी है। यह रेड दिल्ली-एनसीआरमें न्यूज क्लिक के कार्यालयों और उससे जुड़े पत्रकारों के घरों पर की गयी है। रेड के दौरान पुलिस ने पत्रकारों के लैपटॉप-मोबाइल अपने कब्जे में ले लिये हैं।

इन पत्रकारों के अलावा सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी के घर पर भी दिल्ली पुलिस ने छापा मारा है। कहा जा रहा है कि न्यूज क्लिक के कुछ कर्मचारियों के सामान की तलाशी के लिए यह छापेमारी गयी है, जोकि उनके आवास परिसर में रुके थे। इस छापेमारी का विरोध करते हुए सीताराम येचुरी ने बयान दिया है कि यह मीडिया पर लगाम लगाने की कोशिश है और यह इस बात का सबूत है कि भारत प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में क्यों फिसल रहा है।'

वहीं दूसरी तरफ पत्रकारों के घरों पर इस तरह रेड डाले जाने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर कहते हैं, “मुझे इस जांच को सही साबित करने की जरूरत नहीं है। अगर किसी ने कुछ भी गलत किया है, तो जांच एजेंसियां ​​निर्धारित दिशानिर्देशों के तहत उनके खिलाफ जांच करने के लिए स्वतंत्र हैं।”

इस छापेमारी की निंदा करते हुए प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने बयान जारी किया है, 'पत्रकारों और न्यूज़क्लिक से जुड़े लोगों के घरों पर छापेमारी बेहद चिंताजनक है। हम मामले पर नज़र बनाए हुए हैं। हम पत्रकारों के साथ खड़े हैं और सरकार से मांग करते हैं कि और जानकारी दी जाए।'

एडिटर्स गिल्ड ने भी इस तरह पत्रकारों पर कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा है, "गिल्ड को चिंता है कि ये छापे मीडिया पर लगाम लगाने की एक और कोशिश है। हालांकि हम मानते हैं कि अपराध की तफ़्तीश में कानून को उचित प्रक्रिया का पालन करते हुए अपना काम करना चाहिए। किन्हीं अपराधों की जांच में कठोर कानूनों के तहत डराने-धमकाने का सामान्य माहौल नहीं बनना चाहिए। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता,असहमति और आलोचनात्मक आवाज़ों को उठाने पर रोक नहीं लगनी चाहिए।"

जिन पत्रकारों के घरों पर पुलिस ने रेड डाली है उनमें शामिल अभिसार शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा है, "दिल्ली पुलिस मेरे घर पहुंची है। पुलिस मेरा लैपटॉप और फ़ोन ले जा रही है।"

न्यूजक्लिक से जुड़ीं पत्रकार भाषा सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा है, "इस फ़ोन से ये मेरा अंतिम ट्वीट है। दिल्ली पुलिस ने मेरा फ़ोन जब्त कर लिया है।”

वहीं आप नेता संजय सिंह ने पत्रकारों पर हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया है, 'चाइना ने हमारी ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर लिया। मोदी जी की हिम्मत नहीं कि चाइना के ख़िलाफ़ एक शब्द भी बोलें। इन पत्रकारों को पकड़ के चाइना से लड़ने की नौटंकी कर रहे हैं। हिम्मत है तो चाइना से सारा व्यापार बंद कर दो। पर वो नहीं करेंगे क्योंकि इस से अड़ानी को नुक़सान होता है।'

एएनआई के हवाले से सामने आयी खबर के मुताबिक 'यह कार्रवाई 17 अगस्त को कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज मामले के आधार पर की गई है। हालांकि इस मामले में अभी तक दिल्ली पुलिस द्वारा मीडिया में कोई औपचारिक बयान नहीं दिया गया है।

पत्रकारों पर पड़ी रेड की निंदा करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट किया है, 'चरणचुंबकों की फ़ौज के बावजूद कुछ पत्रकार अभी भी सच बोलने की हिमाक़त करते हैं, पर सच बोलने वालों से, सवाल पूछने वालों से तो प्रधानमंत्री को ख़ास दिक़्क़त है तो उनको रेड किया जाएगा, डराया धमकाया जाएगा- पर साहेब भूल जाते हैं चरणचुंबकों की रीढ़ की हड्डी ग़ायब है, सबकी नहीं!'

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पत्रकारों पर हुई छापेमारी पर बयान देते हुए कहा, “ये कोई नई बात नहीं है। ईमानदार खबरनवीसों पर भाजपाई हुक्मरानों ने हमेशा डाले हैं छापे, लेकिन सरकारी प्रचार-प्रसार के नाम पर कितने करोड़ हर महीने 'मित्र चैनलों' को दिए जा रहे हैं ये भी तो कोई छापे!"

पत्रकार प्रशांत टंडन दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई पर रोष व्यक्त करते हुए कहते हैं, दिल्ली पुलिस द्वारा उर्लिमेश, सुहेल हाशमी साहब, भाषा सिंह और अभिसार शर्मा जैसे सीनियर पत्रकारों के घरों में छापा मारना, इनके लैपटॉप - मोबाइल जब्त करना शर्मनाक है और प्रेस की आज़ादी पर हमला है। ये सभी पत्रकार निष्पक्ष और निडर हैं इसीलिये प्रताड़ित किये जा रहे हैं।'

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