राज्यसभा में हंगामे के कारण हुईं थीं सस्पेंड, अब TMC सांसद अर्पिता घोष ने दे दिया इस्तीफा
(TMC सांसद अर्पिता घोष ने इस्तीफा दे दिया है) File pic
जनज्वार। राज्यसभा में हंगामे के कारण सस्पेंड की गईं तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद (Rajasabha MP) अर्पिता घोष ने इस्तीफा दे दिया है। अर्पिता घोष के इस्तीफे को राज्यसभा अध्यक्ष ने मंजूर कर लिया है। राज्यसभा सचिवालय (Rajyasabha Secretariat) द्वारा बुधवार को इस संबंध में जानकारी दी गई है। अर्पिता घोष के इस्तीफे को लेकर एक नोटिफिकेशन भी राज्यसभा सचिवालय की तरफ से जारी किया गया है।
राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी नोटिफिकेशन (Notification) में कहा गया है कि टीएमसी सांसद के इस्तीफे को राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू (Venkaiya Naidu) ने मंजूर कर लिया है। हालांकि, पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद अर्पिता घोष के अचानक दिए गए इस्तीफे ने लोगों को चौंका दिया है।
बता दें कि अर्पिता घोष उन सांसदों में शामिल थीं जिनपर संसद में मॉनसून सत्र (Monsun session) के दौरान हंगामा करने और मार्शलों से उलझने का आरोप लगा था। इस मामले में अर्पिता घोष को सस्पेंड भी किया गया था। अभी पश्चिम बंगाल में उपचुनाव होने हैं। ऐसे में अर्पिता घोष के इस्तीफे को लेकर राजनीतिक विश्लेषक अपने-अपने तरीके से कयास लगा रहे हैं।
अर्पिता घोष थियेटर डायरेक्शन (Theatre direction) और अभिनय के क्षेत्र से जुड़ी रहीं हैं। अर्पिता घोष ने साल 2010 में अपने राजनीतिक सफर (Political journey) की शुरुआत की थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अर्पिता घोष को संगठन में जिम्मेदारी दी जाएगी। तृणमूल के सूत्रों ने बताया कि आने वाले दिनों में वह संगठनात्मक स्थिति में अहम भूमिका निभाते नजर आएंगी।
बता दें कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) की भवानीपुर सीट पर उपचुनाव से पहले अर्पिता घोष का यह इस्तीफा हुआ है। भवानीपुर सीट से ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) चुनाव लड़ रही हैं और इस उपचुनाव में उनका जीतना बेहद जरुरी है, ताकि वो अपनी सीएम की कुर्सी बचा सकें।