Uttarpradesh Election : प्रदेश अध्यक्ष के आगमन से पूर्व ही मऊ में भिड़ गए समाजवादी नेता, जमकर चलीं कुर्सियां
(यह उत्तरप्रदेश के सीतापुर में सपा के किसान नौजवान यात्रा की तस्वीर है)
Uttarpradesh Election : (मऊ)। उत्तरप्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव (Uttarpradesh Assembly Election) होने हैं। चुनाव को लेकर सभी दल अपनी तैयारियों में जुटे हैं। राज्य की मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी भी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए कमर कस चुकी है।
एक तरफ पार्टी प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने विजय रथ यात्रा शुरू की है। वहीं, दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम (Naresh Uttam) किसान नौजवान यात्रा लेकर घूम रहे हैं।
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की ये यात्रा फिलहाल चल ही रही है। यात्रा लेकर नरेश उत्तम गोरखपुर (Gorakhpur) होते हुए मऊ (Mau) पहुंचेंगे। मऊ में वे आगामी 25 अक्टूबर को आयेंगे। यहां सूरजपुर गांव के बंधनपुर में स्थित विंध्यवासिनी महिला महाविद्याल (Vindhyavasini Mahila Mahavidyalay) में रैली होगी।
इस प्रस्तावित रैली की तैयारी के लिए महाविद्यालय में विगत शनिवार, 23 अक्टूबर को नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक हुई थी। जिसमें जिले के प्रमुख नेताओं के आलावा गैर जनपद के भी नेता उपस्थित थे।
राजनीतिक हलकों में ऐसी चर्चा है कि तभी शाम में पूर्व विधायक उमेश पाण्डेय और पार्टी नेता राहुल दूबे में कुछ कहासूनी हो गई। फिर क्या था, दोनों के समर्थक एक दूसरे पर टूट पड़े।
इस मल्लयुद्ध में दोनों के कार्यकर्ता तो एक दूसरे के साथ भिड़े ही, कुर्सियों की भी जमकर खबर ली गई और एक दूसरे पर कुर्सियां तोड़ी गईं।
वहां उपस्थित लोग बताते हैं कि किसी तरह दोनों पक्षो के दरम्यान बीच-बचाव हुआ। और इस मल्लयुद्ध के बाद बैठक खत्म हो गई।
गौरतलब है कि यहां के मधुबन विधानसभा क्षेत्र (Madhuban Assembly Seat) में सपा से टिकट के लिए 122 प्रत्याशियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। सनद रहे कि यहां से उमेश पाण्डेय दो दफे बसपा से विधायक रहें हैं। हालांकि, पिछला चुनाव वो हार गये थे।
उसके बाद हाथी छोड़ साईकिल पर सवार हो गये। यहां दो बार विधायक रहने के वजह से वे सबसे मजबूत दावेदार माने जाते हैं।
जबकि दूसरी ओर, राहुल दूबे नए मॉडल की लक्जरी गाड़ी के साथ क्षेत्र में आये हैं। यही उनकी पहचान है। सपा के जिलाध्यक्ष और नेताओं ने घटना के बाद निकटस्थ चकउथ बाजार के एक दुकान पर जलपान करते हुए इस घटना के लिए एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ा।
इन्हे दुकान पर घटना की चर्चा करते देखकर वहां काफी लोग जुट गये। लोगों ने कहा कि सपा को खुद उसके ये नेता ही हरा रहे हैं। अभी से ये हाल है, अगर जीत गये तो फिर ये क्या करेंगे! सपा नेतृत्व के लिए अच्छा सबक है। हालांकि, अब देखने वाली बात यह होगी कि अनुशासन की कार्यवाही में क्या होता है?
बता दें कि समाजवादी पार्टी की किसान नौजवान यात्रा का कार्यक्रम 29 अगस्त से 31 अक्टूबर के बीच है। ये यात्रा 21 मुद्दों को लेकर है। इन मुद्दों को लेकर अखिलेश यादव की पार्टी सपा छात्रों, नौजवानों और किसानों के बीच जा रही है।
किसान, नौजवान और पटेल यात्रा 1 महीने से ज्यादा समय तक चलने वाली है। इस दौरान पार्टी के बड़े पदाधिकारी इसमें शिरकत कर रहे हैं। जिलों में सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक और दूसरे पदाधिकारियों के मौजूद रहने के निर्देश दिये गए हैं।