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Indo-China Clash: भारत ने चीन को दिया करारा जवाब, गलवान घाटी में सेना ने तिरंगा फहराकर ड्रैगन को दिखाई आंख
Indo-China Clash: भारतीय सेना ने के जवानों ने चीन को एक बार फिर से करारा जवाब दिया है। नए साल के मौके पर लद्दाख की गलवान घाटी (Ladakh Galwan Valley) में भारत ने तिरंगा फहराया है। भारतीय सेना की ओर से गलवान घाटी पर तिरंगा लहराए (Indian Flag in Galwan Ghati) जाने की खबर ऐसे वक्त पर सामने आई, जब सोशल मीडिया पर चीन द्वारा गलवान घाटी में झंडा फहराए जाने की खबर चर्चा का विषय बनी हुई थीं। भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक सैनिकों ने नए साल की पूर्व संध्या के मौके पर गलवान में तिरंगा फहराया है। समाचार एजेंसी ANI ने भारतीय सैना अधिकारियों के हवाले से दो तस्वीरें भी जारी की हैं। तस्वीरों में हथियारों से लैस भारतीय सेना के 30 जवान तिरंगे के साथ नजर आ रहे हैं।
गलवान में दिखा चीनी झंडा
बता दें कि चीन ने पहले एक वीडियो जारी किया था जिसमें उसके सैनिक गलवान घाटी में अपने हिस्से वाले क्षेत्र में चीनी झंडा फहरा रहे हैं और राष्ट्रगान गा रहे हैं। चीन के एक वेरिफाइड सोशल मीडिया अकाउंट से गलवान में चीनी झंडा (China Flag Galwan Valley) फहराते हुए वीडियो साझा करते हुए लिखा गया था, "2022 के पहले दिन गलवान घाटी पर चीन का झंडा शानदार तरीके से लहरा रहा है। यह झंडा खास है, क्योंकि इसे एक बार बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर पर भी फहराया गया था।"
भारत ने दिया करारा जवाब
इस वीडियो के सामने आने के बाद अब भारतीय सेना ने भी चीन को करारा जवाब देते हुए दो तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि भारतीय जवान हथियार लिए हुए हैं। एक तिरंगा भारतीय चौकी पर लहरा रहा है और दूसरा तिरंगा जवानों को हाथों में नजर आ रहा है। इन तस्वीरों में स्पष्ट है कि भारतीय सेना चीन द्वारा किसी भी हमले की करारा जवाब देने के लिए तैयार है।
इससे पहले मीडिया रिपोर्ट में बताया कि चीनी सरकार (China Government) ने नए सीमा कानून को लागू करने से दो दिन पहले अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश में 15 स्थानों का नाम बदलने की मांग की थी। भारत सरकार ने पिछले गुरुवार को कहा कि उसने चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों का नाम अपनी भाषा में रखने का प्रयास करने की रिपोर्ट देखी है। भारत सरकार ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा। चीन ने विवादित लैंड बाउंड्री लॉ को लागू किए जाने से पहले यह कदम उठाया था।
ड्रैगन के इरादे ठीक नहीं
चीन के मंसूबे को लेकर भारत सरकार (Indian Government) के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन ने 2017 में भी इस तरह का कदम उठाया था। 2020 में गलवान घाटी में ही भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी। इसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। इसके अलावा कई मीडिया रिपोर्ट्स में चीन के भी 40 से ज्यादा सैनिकों के मारे जाने की बात सामने आई थी।हालांकि, चीन अपने मरे हुए सैनिकों के आंकड़ों को छुपाता रहा।
इन सब के बीच गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों (Indian Army) की ओर से तिरंगा फहराए जाने को चीन को करारा जवाब माना जा रहा है। गलवान घाटी (Indo-China Galwan Clash) में दोनों देशों के बीच झड़प के बाद से तनाव की स्थिति बदली है। दोनों देशों के बीच कई राउंड की बातचीत हो चुकी है और उसके बाद चीन ने कई मोर्चे से अपने सैनिकों की तैनाती को कम कर दिया। खासतौर पर देपसांग और हॉट स्प्रिंग्स से भी चीनी सैनिकों ने अपने कदम पीछे लिए।