- Home
- /
- Top stories
- /
- ADANI PORT : कहीं देश...
ADANI PORT : कहीं देश के युवाओं को ड्रग्स की लत लगाकर बर्बाद करने की कोशिश का नतीजा तो नहीं, मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गई हेरोइन की खेप!
(गौतम अडानी के मुंद्रा पोर्ट से पकड़ी गई इतिहास की अबतक की सबसे बड़ी ड्रग्स खेप)
Adani Port Drugs Connection(जनज्वार) : गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर तकरीबन 3000 किलोग्राम हेरोइन बरामदगी को लेकर मंगलवार कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की खामोशी को लेकर विपक्ष ने अब हमला तेज कर दिया है।
कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल पूछ रहे हैं कि मोदी की खामोशी क्या इस कारण से है कि मुंद्रा पोर्ट का मालिकाना हक गौतम अडाणी के पास है। बता दें अडाणी पोर्ट गौतम अडाणी की कंपनी है। इस बीच कांग्रेस का दावा है, मुंद्रा पोर्ट पर पकड़ी गई ड्रग की खेप दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी खेप है। जो पूरे देश के युवाओं को ड्रग की लत लगाकर बर्बाद करने के लिए पर्याप्त है।
21000 करोड़ की हेरोइन की क्या है इनसाइड स्टोरी?
पत्रकार गिरीश मालवीय के मुताबिक, यह घटनाक्रम शुरू होता है 15 सितंबर को, गुजरात के तट के पास से एक ईरानी नौका समुन्दर में देखी जाती है 'जुम्मा' नामक नौका इस बड़ी नाव में सात लोग ड्रग्स की तस्करी करते हुए गुजरात राज्य ATS ओर तटरक्षक द्वारा चलाए एक संयुक्त अभियान अभियान में पकड़े जाते है, बीच समुद्र में 30 किलोग्राम हेरोइन की खेप को पकड़ा जाता है और बोट व सात तस्करों को गिरफ्तार कर लिया जाता है, नाव से कुल डेढ़ सौ करोड़ की हेरोइन जब्त की जाती है।
वाहवाही के लिए तत्काल उसी दिन प्रेस के लिए यह सूचना रिलीज कर दी जाती है...
अब यहीं से कहानी में ट्विस्ट आता है चूँकि नाव की जब्ती का ऑपरेशन देर रात तक चलता है सातों लोगो से सख्ती से पूछताछ करने पर वह बताते है कि माल तो और भी है जो पोर्ट पर पुहंच चुका है।
पर उस वक्त तक प्रेस रिलीज जा चुकी होती है और यह बात भी उसमे चली जाती है कि ड्रग्स की सही मात्रा एक बार नाव के पास के बंदरगाह पर लंगर डालने और तलाशी लेने के बाद पता चलेगी, तटरक्षकों को भी लगता है कि बहुत ज्यादा माल नही होगा।
लेकिन जब अगले दिन सच्चाई पता चलती है कि नाव से पकड़ा गया माल मुंद्रा पोर्ट पर रखे गए माल का केवल एक परसेंट है ओर पोर्ट पर रखा हुआ माल का पैकेज कुल 3000 किलो है जिसकी कीमत 21 हजार करोड़ है, तो सब हैरान रह जाते हैं चूंकि प्रेस में वह बता चुके थे कि ओर माल पकड़ा जाना है इसलिए यह खुलासा करना ही पड़ता है कि माल अडानी के निजी पोर्ट मुंद्रा से पकड़ा गया है।
जब पुलिस जाँच होती है तो पता लगता है कि यह माल दिल्ली की तरफ जाने वाला था, यह भी पता लगता है कि जिस विजयवाड़ा के आशी ट्रेडिंग कंपनी के आयात किए गए टेल्कम पाउडर पैकेज की शक्ल में यह 3 टन माल आया है वैसा ही 25 टन माल जून में भी आ चुका है, गिरी से गिरी हालत में इस 25 टन तथाकथित टेल्कम पावडर का मूल्य 72 हजार करोड़ होना चाहिए।
यहाँ ये खबर भी बता देना समीचीन है कि जुलाई 2021 के पहले हफ्ते में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2500 करोड़ रुपए की 354 किलो हेरोइन जब्त की थी ड्रग्स अफगानिस्तान से आई थी। उन्हें छिपे हुए कंटेनरों में समुद्र के रास्ते मुंबई से दिल्ली ले जाया गया।
इसके पहले मई महीने में भी दिल्ली पुलिस ने हेरोइन की बड़ी खेप बरामद की थी। करीब 125 किलो हेरोइन के साथ दो अफगानिस्तानी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था।
जिस आशी ट्रेडर्स के आयात निर्यात के लाइसेंस पर यह माल मंगाया जा रहा था उनके मालिक पति पत्नी की तो कोई औकात ही नहीं है कि वह इतनी बड़ी डील करने की हिम्मत भी करे, यानी एक पूरा ड्रग कार्टेल है जो यह माल मंगा रहा है और डिस्ट्रीब्यूशन कर रहा है, ओर दिल्ली पुलिस की जुलाई में की गई कार्यवाही से यह स्पष्ट है कि यह सिलसिला काफी महीनों से चल रहा है, बड़ा सवाल यह है कि इतनी बड़ी ड्रग डील के पीछे कौन? लोग है क्या वे कभी सामने आएंगे?
इतनी बड़ी ड्रग डील के सामने आने पर ओर एक बड़ा सवाल उठता है कि, जैसे लैटिन अमेरिका के देशों में ड्रग लार्ड वहाँ की राजनीति पर हावी हो चुके हैं वैसे ही कही अंदरखाने में यहां भी तो कोशिश जारी नहीं थी या फिर हावी ही हो गया है? इस बारे में अडानी ग्रुप ने मंगलवार 21 सितंबर को प्रेस रिलीज जारी कर इस मामले में सफाई दी थी।
गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला के मुताबिक समुद्र रास्ते से तस्करी की कोशिश की जा रही थी, जिसको इंडियन कोस्ट गार्ड के साझा अभियान के दौरान नाकाम कर दिया गया है। इसमें सवार सभी लोगों की गिरफ्तारी भी कर ली गई है, फिलहाल इन ईरानी नागरिकों से पूछताछ की जा रही है।
शुक्ला ने बताया कि हम मान रहे हैं कि 150-250 करोड़ रुपए कीमत की हेरोईन नौका से बरामद की गई है। यह खेप और बड़ी हो सकती है और सही मात्रा नौका की छान-बीन के बाद ही पता चल सकेगी। उन्होंने कहा कि, इसके तार कहां-कहां जुड़े हैं, ये लोग इस हेरोइन को किसको बेचने वाले थे, इसी तरह के जरूरी सवाल के जवाब हासिल करने की कोशिश की जा रही है।