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UP Election 2022: भाजपा के जिन नेताओं को लगता है वह बहुत बड़ी तोप हैं, उन्हें ऐसा दागूंगा की स्वाहा हो जाएंगे-स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य (file photo/PTI)
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश चुनाव के एन वक्त प्रदेश की राजनीति में वो हो रहा है जिसका शायद ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अंदाजा तक लगाया हो। भाजपा के कद्दावर नेता व मौजूदा श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का दामन थाम लिया है। अब सुनने में आ रहा है कि स्वामी के बाद भाजपा के 7 विधायक और टुटने के लिए सही इंतजार की राह देख रहे हैं।
दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं। pic.twitter.com/ubw4oKMK7t
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) January 11, 2022
स्वामी प्रसाद मौर्य एक निजी चैनल से बात करते हुए आज बहुत गुस्से में दिख रहे थे। पत्रकार ने मौर्य से पूछा की आप क्यों नाराज हुए...जिसके जवाब में मौर्य ने कहा मैनें सबकुछ पत्र में लिख दिया है। स्तीफे का पत्र राज्यपाल महौदय को भेज भी दिया है। सोशल मीडिया में उसकी कॉपी पड़ी है पढ़ लीजिए। इस सवाल पर मौर्य फिर भड़क गये कि भाजपा का कहना है कि पूरे पांच साल उन्होने सत्ता का सुख भोगा अब छोड़कर जा रहे हैं।
इस सवाल पर भड़के मौर्य ने कहा कि, भाजपा का जो बी नेता बहुत बड़ी तोप बनता है इस बार उस तोप को ऐसा दागूंगा की पूरा स्वाहा हो जाएगा। मौर्य ने यह भी कहा अभी दो दिन का समय है मेरे पास अभी आप देखते जाइये होता क्या है? मतलब स्वामी का इशारा अगर समझें तो बड़ी मात्रा में लोग भाजाप छोड़ सकते हैं। इसके बाद कई एक सवाल करने पर भी मौर्य ने अपने उसी पत्र का हवाला देते हुए जवाद देने से इंकार कर दिया जो उन्होने खुद सोशल मीडिया पर डाल रखा है।
आदरणीय स्वामी प्रसाद मौर्य जी ने किन कारणों से इस्तीफा दिया है मैं नहीं जानता हूँ उनसे अपील है कि बैठकर बात करें जल्दबाजी में लिये हुये फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) January 11, 2022
इससे पहले जानकारी यह भी आई है कि आज बीबीसी का इंटरव्यू छोड़कर भाग खड़े होने वाले प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने स्वामी द्वारा भाजपा छोड़े जाने पर उन्हें आत्ममंथन करने की सलाह दी है। उन्होने यह भी कहा है कि उन्हें समझना चाहिए..बैठकर बात करनी चाहिए। केशव ने यह भी कहा कि कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं करना चाहिए। उन्होने कहा कि स्वामी ने किन कारणों से स्तीफा दिया मुझे जानकारी नहीं है।