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Lakhimpur Kheri Violence : मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को डेंगू, पुलिस रिमांड से वापस जेल पहुंचाया गया

Janjwar Desk
24 Oct 2021 1:30 AM GMT
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(लखीमपुर कांड का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा टेनी) file pic.

Lakhimpur Kheri Violence : पुलिस रिमांड पर चल रहे आशीष मिश्रा की दो बार की जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है, ब्लड शुगर भी बढ़ा मिला है। मेडिकली फिट न होने के कारण पुलिस आशीष मिश्रा से पूछताछ नहीं कर पा रही है।

Lakhimpur Kheri Kand : यूपी के चर्चित लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) के मुख्य आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा को डेंगू हो गया है। खबर है कि फिलहाल पुलिस रिमांड पर चल रहे आशीष मिश्रा की दो बार की जांच में डेंगू (Dengue) की पुष्टि हुई है। साथ ही ब्लड शुगर भी बढ़ा मिला है।

बताया गया है कि मेडिकली फिट न होने के कारण पुलिस आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) से पूछताछ नहीं कर पा रही है। डेंगू की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने शनिवार, 23 अक्टूबर 2021 की देर रात आशीष को जेल में दाखिल करवा दिया है। जहां उसका इलाज जारी है।

बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्र की दोबारा रिमांड (Police remand)मंजूर हुई है। शुक्रवार, 22 अक्टूबर 2021को दो दिन की रिमांड मंजूर हुई थी। शुक्रवार शाम 5:00 बजे से 24 अक्तूबर 5:00 बजे तक की रिमांड मिली। पुलिस ने कोर्ट से रिमांड की मांग की थी, जज ने दो दिन रिमांड की मंजूरी दे दी थी।

इससे पहले लखीमपुर खीरी कांड में सीजेएम अदालत से जमानत अर्जी खारिज (Bail petition rejected) होने के बाद गुरुवार, 21 अक्टूबर को मुख्य आरोपी के रूप में नामजद आशीष मिश्र मोनू ने जिला जज मुकेश मिश्र की अदालत में जमानत प्रार्थना पत्र अपने वकील के जरिए पेश किया था।

जमानत अर्जी में खुद को निर्दोष बताते हुए आशीष मिश्र मोनू ने बताया कि उसे झूठा फंसाया गया है। जिला जज मुकेश मिश्र ने जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए 28 अक्तूबर की तिथि मुकर्रर की है।

फिलहाल उसका इलाज जेल अस्पताल में होगा। सूत्रों के अनुसार अगर जरूरत पड़ी तो फिर से ठीक होने के बाद आशीष को रिमांड पर लिया जा सकता है।

बता दें कि लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को पुलिस ने शुक्रवार की शाम 48 घंटे के लिए रिमांड पर लिया था। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि आशीष मिश्रा जब जेल से बाहर आया और पुलिस उसको अपने साथ क्राइम ब्रांच ले गई तो उसकी तबीयत कुछ ठीक नहीं थी।

वहीं, पुलिस सूत्रों पर आधारित कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाहर आने से पहले जेल में उसके कुछ टेस्ट हुए थे। उसको बुखार की शिकायत थी। बताया जाता है कि शनिवार को उनकी टेस्ट रिपोर्ट आई, जिसमें वह डेंगू पॉजिटिव पाया गया। पुलिस ने दोबारा चेक करने के लिए मोनू का फिर से मेडिकल कराया। जिसमें भी वह डेंगू पॉजिटिव पाया गया।

एडिशनल एसपी अरुण कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने मीडिया को बताया है कि आशीष मिश्रा की मेडिकल रिपोर्ट में शुगर भी बढ़ी हुई है। मेडिकली फिट न होने के कारण पुलिस ने पूछताछ करना उचित नहीं समझा और आशीष को शनिवार की देर शाम जेल में दाखिल करवा दिया गया।

पुलिस अफसरों का कहना है कि अगर आगे जरूरत पड़ेगी तो ठीक होने के बाद उसको फिर से रिमांड पर लिया जाएगा और पूछताछ होगी।

बता दें कि रविवार 3 अक्टूबर 2021 को यूपी के लखीमपुर खीरी में आठ लोग मारे गए थे जिनमें चार किसान थे। किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृहराज्यमंत्री का बेटा आशीष एसयूवी चला रहा था। उसने प्रदर्शनकारी किसानों के ऊपर वाहन चढ़ाया। किसानों का आरोप था कि काफिले में मिश्रा के स्वामित्व वाली तीन एसयूवी थी।

यह भी बता दें कि किसानों का आरोप है कि लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र (Ajay Mishra) के बेटे आशीष मिश्र ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर कथित तौर पर गाड़ी चढ़ा दी थी। ये किसान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) का विरोध कर रहे थे। इस घटना में आठ लोगों की मौत हो गई।

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र और यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एक कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) पहुंचे थे। इसकी जानकारी जैसे ही कृषि कानूनों (Agriculture Laws) का विरोध कर रहे किसानों को हुई तो वे हेलिपैड पहुंच गए। किसानों (Farmers) ने रविवार, 2 अक्टूबर को सुबह आठ बजे ही हेलिपैड पर कब्जा कर लिया था।

इसके बाद करीब दोपहर 2.45 बजे सड़क के रास्ते मिश्र और मौर्य का काफिला तिकोनिया चौराहे से गुजरा तो किसान काले झंडे लेकर दौड़ पड़े। इसी दौरान भारी बवाल हो गया और इन सबके बीच हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई।

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