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लॉकडाउन की मार : भूखे मजदूरों का टूटा धैर्य का बांध, बांद्रा स्टेशन पर उतरा जनसैलाब, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

Ragib Asim
14 April 2020 3:11 PM GMT
लॉकडाउन की मार : भूखे मजदूरों का टूटा धैर्य का बांध, बांद्रा स्टेशन पर उतरा जनसैलाब, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
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मुंबई में पिछले 20-25 दिनों से फंसे इन मजदूरों ने कहा कि मुंबई में उनके पास कुछ नहीं बचा है, न खाने को सामान है और न रोजगार मिल रहा है. ऐसे में उनके लिए अगले 20 दिन गुजारना मुश्किल है, इसलिए वे किसी भी हाल में घर जाना चाहते हैं. ...

जनज्वार। मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर आज मंगलवार 14 अप्रैल की शाम को अचानक हजारों मजदूर पहुंच गए. बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के रहने वाले इन मजदूरों को भरोसा था कि आज लॉकडाउन खत्म हो जाएगा और वे पहली ट्रेन से ही अपने गांव वापस जाएंगे. यहां जमा हुए ज्यादातर मजदूरों को उम्मीद थी कि लॉकडाउन की वजह से रोका गया ट्रेनों का संचालन शुरू होने वाला है।

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कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई में इतनी भारी भीड़ देखकर अधिकारियों के पसीने छूट गए. इनमें से कई ऐसे मजदूर थे जिन्हें पता भी नहीं था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा चुके हैं.

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में पिछले 20-25 दिनों से फंसे इन मजदूरों का कहना था कि मुंबई में उनके पास कुछ नहीं बचा है, न खाने को सामान है और न रोजगार मिल रहा है. ऐसे में उनके लिए अगले 20 दिन गुजारना मुश्किल है, इसलिए वे किसी भी हाल में घर जाना चाहते हैं. जब रेलवे स्टेशन के अधिकारियों ने इन्हें समझाया कि ट्रेनें बंद हैं तो वे अधिकारियों की बात तक मानने को नहीं राजी हुए, इसके बाद पुलिसवालों को लाठीचार्ज करना पड़ा.

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रिपोर्ट के मुताबिक जब इन मजदूरों को जानकारी मिली की लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है तो इनके अंदर एक भय का माहौल पैदा हो गया. इन्हें लगा कि अब इसी हाल में उन्हें पूरा मई महीना गुजारना पड़ेगा. इसके बाद मजदूर समूह बनाकर बांद्रा स्टेशन की ओर निकल पड़े. बांद्रा स्टेशन से ही दूसरे राज्यों की लंबी दूरी की ट्रेनें खुलती हैं. कई मजदूर अफवाहों पर यकीन कर भी यहां तक पहुंच गए हैं. बता दें कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने पहले ही महाराष्ट्र में लॉकडाउन को बढ़ाने की घोषणा कर दी थी.

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हाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों की अपील की है कि वो परेशान न हों, सरकार उनकी ज़रूरी सुविधाओं का ख़याल रख रही है। मुंबई और पुणे कोरोना संक्रमण के हॉटस्पॉट हैं इसलिए यहां टेस्टिंग सेंटर की संख्या बढ़ाई जा रही है। जिन इलाकों को सील किया गया है वहां टेस्टिंग और सैंपल जुटाने का काम प्रमुखता से हो रहा है। साथ ही सरकार सप्लाई से जुड़ी मुश्किलें सुलझाने का भी प्रयास कर रही है।

देशभर में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आये हैं इसलिए कोरोना वायरस के टेस्ट सबसे ज़्यादा टेस्ट भी यहीं हो रहे हैं। मुंबई में आज 14 अप्रैल की सुबह तक 22000 से अधिक सैंपल टेस्ट किए गए हैं। यहां अब तक कुल कोरोना संक्रमित में से करीब 10 फ़ीसदी लोग ठीक हो चुके हैं।

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स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के कुल 2337 मामले हैं। यहां कोरोना की वजह से अब तक 160 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि देशभर में कोरोना संक्रमण के मामले कुल 10815 हैं और मरने वालों का आंकड़ा 350 पार कर चुका है।

पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लॉकडाउन बढ़ाने के साथ ही इन मजदूरों के लिए पैकेज की घोषणा करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषणा की गई 5 किलो अनाज काफी नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार को राशन कार्ड का रंग देखे बिना सभी को अनाज मुहैया कराना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को हर जन-धन खाते, विधवा महिला के खाते में 7500 रुपये ट्रांसफर करना चाहिए.

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