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कोरोना मृतकों की 112 लाशें दफना चुके मोहम्मद शमीम का न हेल्थ इंश्योरेंस और न मिलती है PPE किट

Prema Negi
15 May 2020 2:00 PM GMT
कोरोना मृतकों की 112 लाशें दफना चुके मोहम्मद शमीम का न हेल्थ इंश्योरेंस और न मिलती है PPE किट
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शमीम कहते हैं, जब से लॉकडाउन हुआ है तब से मैं रोजाना कब्रिस्तान में सेवा दे रहा हूं। मैं घर तक नहीं जाता, यहीं सोता हूं, कब्रिस्तान में कोई और दूसरा शख्स आने को तैयार नहीं है...

नई दिल्ली, जनज्वार। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही और दिल्ली के आईटीओ स्थित कब्रिस्तान में कोरोना संक्रमित शव दफनाये जा रहे हैं, लेकिन कब्रिस्तान के सुपरवाइसर की शिकायत है कि उसको न तो अभी तक हेल्थ इंश्योरेंस दिया गया है और न ही पर्याप्त पीपीई किट मुहैया कराई गई है।

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ब्रिस्तान के सुपरवाइसर मोहम्मद शमीम ने कहा, "मैं अब तक 112 कोरोना संक्रमित शव और संदिग्ध शव को दफना चुका हूं और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मुझे केवल 4 या 5 पीपीई किट ही दी गई है। मैं रोजाना कोरोना से सीधे लड़ रहा हूं। मुझे छुट्टी तक नहीं मिली है। जब से लॉकडाउन हुआ है तब से मैं रोजाना कब्रिस्तान में सेवा दे रहा हूं। मैं घर तक नहीं जाता, यहीं सोता हूं। कब्रिस्तान में कोई और दूसरा शख्स आने को तैयार नहीं है।"

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मीम ने कहा, "दिल्ली पुलिस, डॉक्टर्स, सफाई कर्मचारी इन सभी को हेल्थ इश्योरेंस मिला हुआ है, लेकिन मेरा हेल्थ इंश्योरेंस नहीं किया गया। मैंने अपनी कमिटी से मदद के लिये कहा लेकिन उन्होंने भी यही कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद ही देखेंगे अभी तो कुछ नहीं कर सकते।"

न्होंने कहा, "मैंने स्वास्थ्य विभाग से भी कहा है कि मुझे पीपीई किट मुहैया कराई जाये लेकिन वो कहते हैं कि हमें बड़ी मुश्किल से मिल रही है। हम आपको जो हो सकता है वो दे रहे हैं।"

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दिल्ली का यही वह कब्रिस्तान है जिसमें कोरोना महामारी के बाद अब तक सबसे ज्यादा शव दफनाये गये है। कब्रिस्तान की कमिटी की तरफ से करीब 3 से 4 बीघा जमीन कोरोना संक्रमित शवों के लिये दी गई है और अब कब्रिस्तान में दी गई जगह भी भरने लगी है जिसको लेकर कब्रिस्तान की कमिटी भी परेशान है।

स संबंध में जब कब्रिस्तान की मैनेजिंग कमेटी 'कब्रिस्तान अल इस्लाम' के सचिव मोहम्मद फैयाज से बात की गई तो उन्होंने कहा, "हमने उसको दूर खड़े रहने की हिदायत दी है और कब्रिस्तान में जेसीबी मशीन से गड्ढा खोद दिया गया है। वो दूर खड़े रहते हैं। मैं इस कमेटी का सचिव हूं, समस्याओं के बारे में उन्होंने मुझसे तो कुछ नहीं कहा, अगर किसी और से कहा हो तो वो जानें।"

स मामले में दिल्ली सरकार से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

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पको बता दें कि दिल्ली में आईटीओ स्थित जदीद कब्रिस्तान अल इस्लाम में अब तक कुल 112 शवों को दफनाया गया है। दिल्ली सरकार की तरफ से जो आंकड़े जारी किये गये है, उसमें कहा गया है कि दिल्ली में अब तक 123 कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो चुकी है।

स आंकड़े के बाद और इससे पहले भी इसीलिए दिल्ली सरकार पर आरोप लग रहे हैं कि वह कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा छुपा रही है। क्योंकि जब सिर्फ 112 शव शमीम दफना चुके हैं तो हिंदुओं की कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या सिर्फ 11 नहीं रही होगी।

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